भारत कनाडा सम्बन्ध अतीत वर्तमान और भविष्य*
भारत और कनाडा के संबंधों का एक लंबा इतिहास है, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कॉमनवेल्थ परंपराओं और मजबूत लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है। इन संबंधों में समय-समय पर उतार-चढ़ाव आए हैं।
*अतीत के महत्वपूर्ण पड़ाव:*
- *स्वतंत्रता के बाद (1947)*: भारत और कनाडा ने राजनयिक संबंध स्थापित किए।
- *1954*: कनाडा के प्रधानमंत्री लुई सेंट लॉरेंट ने भारत का दौरा किया, जिससे द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए।
- *1974*: भारत के परमाणु परीक्षण के बाद कनाडा ने परमाणु सहयोग रोक दिया।
- *2010*: भारत और कनाडा ने परमाणु सहयोग समझौता किया, जिससे भारत को नागरिक उपयोग के लिए यूरेनियम आयात करने की अनुमति मिली।
- *2015*: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा के दौरान, भारत और कनाडा के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर उठाया गया।
*वर्तमान चुनौतियाँ:*
- *खालिस्तान अलगाववाद*: कनाडा में खालिस्तान अलगाववादी गतिविधियों को लेकर भारत और कनाडा के बीच तनाव है।
- *व्यापारिक संबंध*: व्यापारिक संबंधों में प्रगति धीमी है, और व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर बातचीत रुकी हुई है।
- *हालिया तनाव*: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तान अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव आया है।
*संबंधों को मजबूत करने के उपाय:*
- *नियमित उच्च-स्तरीय वार्ता*: दोनों देशों को विश्वास और समझ बढ़ाने के लिए नियमित वार्ता करनी चाहिए।
- *व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा*: व्यापारिक संबंधों में प्रगति के लिए CEPA पर बातचीत फिर से शुरू करनी चाहिए।
- *सांस्कृतिक आदान-प्रदान*: सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों को बढ़ावा देने से लोगों के बीच संबंध मजबूत हो सकते हैं। ¹
²भारत और कनाडा के संबंध वर्तमान में सुधार की दिशा में बढ़ रहे हैं। हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अपने मंत्रिमंडल का गठन किया है, जिसमें तीन भारतवंशियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं ¹:
- *अनीता आनंद*: कनाडा की विदेश मंत्री बनी हैं, जो पंजाब मूल की नेता हैं और लिबरल पार्टी की सक्रिय सदस्य रही हैं।
- *मनिंदर सिद्धू*: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री बनाए गए हैं।
- *गैरी आनंदसांगरी*: कनाडा के नए जनसुरक्षा मंत्री नियुक्त किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया कनाडा यात्रा भी दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है। इस यात्रा के दौरान, मोदी जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और कनाडा के साथ व्यापार, शिक्षा, तकनीक, रक्षा और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे ².
*भारत-कनाडा संबंधों के प्रमुख पहलू:*
- *व्यापार और निवेश*: 2024 में द्विपक्षीय वस्तु व्यापार 8.6 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जिसमें कनाडाई पेंशन फंड ने भारत में 75 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
- *शिक्षा*: कनाडा में भारतीय छात्र सबसे बड़ी संख्या में हैं, और दोनों देशों के बीच उच्च शिक्षा सहयोग पर समझौता हुआ है।
- *विज्ञान और तकनीकी*: ISRO और कनाडा की स्पेस एजेंसी के बीच अंतरिक्ष मिशनों में सहयोग है, और आर्कटिक अनुसंधान पर भी समझौता हुआ है।
- *सांस्कृतिक संबंध*: कनाडा में 18 लाख से अधिक भारतीय मूल के नागरिक हैं, और भारतीय संस्कृति व्यापक रूप से प्रचलित है।
इन प्रयासों से दोनों देशों के संबंधों में सुधार होने की उम्मीद है, खासकर व्यापार, शिक्षा और तकनीकी सहयोग जैसे क्षेत्रों में।